Hindi-Biography.com
    Facebook Twitter Instagram
    Facebook Twitter Instagram
    Hindi-Biography.comHindi-Biography.com
    Button
    • Home
    • News
    • Business
    • Technology
    • Social Media
    • Entertainment
    • Fashion
    • Lifestyle
    • Travel
    Hindi-Biography.com
    Home»Historical Persons»भारत का एक ऐसा वीर पुत्र जो मातृभूमि के लिए रक्त की अंतिम बूंद तक लड़ता रहा। कौन है वो ?
    maharana pratap singh

    भारत का एक ऐसा वीर पुत्र जो मातृभूमि के लिए रक्त की अंतिम बूंद तक लड़ता रहा। कौन है वो ?

    1
    By Ravi Kumar on May 8, 2016 Historical Persons, Trending Now

    हम अलग अलग है, पर हमारे मन में उठने वाल एक प्रश्न समान होता है। वो है “आखिर हम कितना संघर्ष करे कि सफलता मिल जाए?”…  आज मैं आपके साथ मेवाड़ के लाल, राजस्थान के सपूत और Bharat Ka Veer Putra Maharana Pratap की कहानी शेयर कर रहा हूँ, जिसे पढ़कर आप जानेंगे कि आप कितना संघर्ष कर सकते है? इसके अलावा आप जानेंगे मातृभूमि से असीम और अमर प्रेम को। तो स्टार्ट करते हैं Maharana Pratap की Hindi Biography को….

    अनुक्रम

    • Maharana Pratap History in Hindi (Wiki)
      • Maharana Pratap  का Childhood
      • Maharana Pratap बनाम Akbar
      • Maharana Pratap का राजतिलक
      • मातृभूमि की आजादी के लिए संघर्ष
      • हल्दी घाटी का युद्ध
      • भामाशाह की भविष्य दान
      • संघर्ष ने चमकाया माँ की आजादी के सुरज को
      • Maharana Pratap का Death
      • Quick Fact
      • लेखक की तरफ से

    Maharana Pratap History in Hindi (Wiki)

    maharana pratap singh hindi biography wiki history

    Maharana Pratap  का Childhood

    वीरों के वीर महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 को उदयपुर के कुंभलगढ़ किले में हुआ। वे मेवाड़ के राजा उदय सिंह द्वितीय, जो उदयपुर के संस्थापक भी है और ज्येष्ठ रानी जैवन्ताबाई के पुत्र थे। वे राजपूतों के सिसोदिया वंश से तालुक रखते थे।

    बचपन से ही उन्हें युद्ध करना, तलवार चलाना, भाला फेंकना, बंद आँखों से तीर चलाना पसंद था।

    • Read Also: कौन थी रानी पद्मावती, जानिए इनकी पूरी कहानी 

    कहते है पूत के पाँव पालने में नजर आ जाता है। 16 साल की छोटी उम्र में ही कई बार चंगेज़ खाँ के सैनिकों को धूल चटाकर, इस बात को सार्थक किया। उन्हें बचपन से ही दिलीख्वाहिश थी कि वे मेवाड़ के दुश्मनों के दाँत खट्टे करे। इस कारण वे हर युद्ध कौशल को सीखते थे। यानि वे गुरु से पहले ही एक ऐसा योद्धा बन चुके थे, जो प्रत्यक्ष तौर ना सही पर अप्रत्यक्ष तौर पर मेवाड़ पर आए रक्षा संकट से निपटने में सहायता करते थे। गुरु रघुवेंद्र ने सिर्फ शिष्य को अपने शक्तियों में तालमेल और धैर्य का गुण सिखाया, जो उनके मृत्यु तक साथ रही।

    • Read Also : कौन हैं, जिसने तीन देशों को पहचान गीत दिया ?

    Maharana Pratap बनाम Akbar

    1567 में मुगल शासक अकबर ने चारों से चितौड़गढ़ को घेर लिया, पर जब तक अकबर की सेना उदय सिंह और उनके परिवार को नुकसान पहुंचाते, वे वहाँ से भाग चुके थे। पर 27 वर्षीय कुँवर प्रताप दुश्मनों का सामना करना चाहते थे, पर परिवारवालों ने उन्हें समझा-बुझाकर अपने साथ अरावली पर्वत के तलहटी में रहने आ गए। जहां उदय सिंह ने बाकी मेवाड़ राज्य को चलाने के लिए टेम्पररी राजधानी बनाया।

    1572 में उदय सिंह स्वर्ग सिधार गए। जिसके कारण परंपरा के अनुसार मेवाड़ का अगला राजा प्रजा प्रिय कुँवर प्रताप को बनना चाहिए था। पर वे अपने पिता के इच्छा को सम्मान देते हुए अपने छोटे भाई जगमल को मेवाड़ का राजा बनाया।

    कुँवर प्रताप का राजा न बनने का कारण था कि उनके स्वर्गवासी पिता जी मरने से पहले वे अपनी छोटी रानी भटियानी को अधिक पसंद करते थे। रानी चाहती थी कि उनका पुत्र ही मेवाड़ का अगला राजा बने और राणा उदय सिंह ने भी इस बात पर अपनी इच्छा की मोहर लगा दी।

    मेवाड़ के नए राजा के साथ मेवाड़ का शासन चलने लगा। पर जगमल लगातार शासन करने में अयोग्य साबित हो रहा था, क्योंकि वह अपने मंत्रियों की बात नहीं मानता था। इससे नाखुश चंदावत राजपूतों ने उसे राज गद्दी छोड़ने को कहा। पर वह छोड़ना नहीं चाहता था, पर उसे भारी दबाव में राज गद्दी छोड़ना पड़ा।

    • Read Also : कभी मेहनत-मजदूरी करता था, आज Comedy King है।

    Maharana Pratap का राजतिलक

    उसी वर्ष गोगुंदा में कुँवर प्रताप का राजतिलक किया गया। वे सिसोदिया वंशीय मेवाड़ के 54 वें शासक बने। पिता की मौत ने पहले ही उन्हें काफी दुखी कर चुका था और वही उनके भाई जगमल राज-पाट दुबारा लेने की मंशा से अकबर से जा मिला। अकबर भी आधे मेवाड़ पर अधिकार कर चुका था।

    अकबर ने महारणा प्रताप के पास कई बार दूतों को भेजकर संधि पत्र पर साइन कराने की कोशिश की। पर यह संधि पत्र मेवाड़ की गुलामी का पत्र था, जो उन्हें नामंज़ूर था।

    मातृभूमि की आजादी के लिए संघर्ष

    इस स्थिति में अपनी सेना को मजबूत करने के लिए राणा प्रताप ने अरावली के भीलों को अपनी सेना में भर्ती किया, जो पर्वतीय युद्ध में माहिर थे। अकबर से लड़ने की रणनीति के तहत महाराणा ने अपनी राजधानी को अरावली से कुंभलगढ़ शिफ्ट कर लिया, जहां उनका जन्म हुआ था। वे यहाँ खुद भीलों की पर्वतीय युद्ध शैली को सीखते और बाकी सेना को भी सीखाते। यही पर उन्होंने शपथ ली “जब तक मैं अपने मातृभूमि को मुगलों के चंगुल से नहीं छूटा लेता हूँ, तब तक मैं सोने-चाँदी के बर्तनों में भोजन ग्रहण नहीं करूंगा, ना ही कोमल बिस्तर पर सोऊंगा, ना ही महल में निवास करूंगा और ना ही दाढ़ी बनाऊँगा”

    • Read Also : छोटी-सी उम्र में सफलता कैसे पाया जाता है ?? कोई इनसे सीखे।

    हल्दी घाटी का युद्ध

    1576 में इतिहास का वह दिन (18 जून) आया, जब मात्र 4 घंटे चली युद्ध में रणभूमि पीले रंग में रंग गई। इस युद्ध में मुगल सरदार राजा मान सिंह के 80,000 सेना के सामने महारणा प्रताप के 20,000 सेना थी। पर राजपूत सेना मुगल सेना को अच्छी टक्कर दे रही थी। पर राणा युद्ध करते करते दुश्मनों से घिर गए, जिसे झाला मान सिंह ने अपने प्राणों की आहुती देकर बचाया और उन्हें रणभूमि से भाग जाने को कहा। इसी युद्ध में उनका स्वामिभक्त घोडा चेतक नाला पार करते हुए भी शहीद हो चुका था। फिर उनके भाई शक्ति सिंह ने अपना घोडा देकर उनकी जान बचाया।

    भामाशाह की भविष्य दान

    इस युद्ध के बाद राणा प्रताप के पास मातृभूमि की आजादी की लड़ाई को आगे जारी रखने के लिए पर्याप्त धन नहीं था। ऐसे में इतिहास में प्रसिद्ध दानवीर और उनके मंत्री भामाशाह आगे आए, जिन्होंने अपनी जीवन का धन-दौलत अपनी मातृभूमि को पाने के लिए राणा प्रताप को दान कर दिया, जो 12 सालों के लिए प्रयाप्त था।

    संघर्ष ने चमकाया माँ की आजादी के सुरज को

    इस तरह अकबर और राणा प्रताप के बीच युद्धों का दौर चला, जो राणा प्रताप की असीम संघर्ष के बाद 1585 में मेवाड़ की आजादी के उगते सूरज के साथ रुकी। उस दिन से आजाद मेवाड़ राज्य का उदय हुआ। इसके बाद प्रजाप्रिय राणा प्रताप जनता के सुख-सुविधायों में लग गए।

    Maharana Pratap का Death

    19 जनवरी 1597 में शिकार खेलते हुए अधिक घायल हो जाने के कारण मेवाड़ ने अपने हीरे जैसे पुत्र महारणा प्रताप को नम आँखों से अंतिम विदाई दी।

    महाराना प्रताप का अपनी मातृभूमि से वह बेपनाह प्रेम ही था कि जिसके कारण उनके मृत्यु पर उनके दुश्मन अकबर को भी दु:ख हुआ।

    पर मरते-मरते महाराणा प्रताप ने हमें बता दिया कि जीवन ऐसे जियों कि आपकी मौत पर आपका दुश्मन भी रोये।

    • Read Also : जिसे कुओं से पानी पीने और मंदिरों में प्रवेश पर बैन था, उसी ने बनाया आधुनिक भारत

    Quick Fact

    Date of Birth : May 9, 1540

    Birth Place : कुंभलगढ़

    Wife : लाखाबाई, फूल बाई राठोर, महारानी अजबदे पंवर, रत्नावतीबाई परमार, खिचर आशा बाई, शाहमतिबाई हाड़ा, आलमदेबाई चौहान, चम्पाबाई झाटी, सोलंखीनीपुर बाई, जसोबाई चौहान, अमर बाई राठोर

    Sons : अमर सिंह 1, शेखा सिंह, कुँवर दुर्जन सिंह, कुँवर कल्याण दास, चंदा सिंह, कुँवर माल सिंह, कुँवर गोपाल, कुँवर संवल दास सिंह, कुँवर पुरण मल, कुँवर हाथी सिंह, कुँवर जसवंत सिंह, कुँवर राम सिंह, कुँवर राईभना सिंह, भगवान दास, कुँवर नाथ सिंह, कुँवर कचरा सिंह, साहस मल

    लेखक की तरफ से

    महाराणा की अपनी मातृभूमि की प्रति अमर प्रेम के लिए मैं कुछ लाइनें डेडिकेट करना चाहता हूँ …..

    जब जब मैं जन्म लूँ ए माँ

    तब तब तेरे दर्द को खींच लूँ ए माँ

    जब जब तू रोये ए माँ

    तब तब हम सारी सुख छोड़े ए माँ

    जब जब तू हँसे ए माँ

    तब तब हम उस पल को रोक ले ए माँ

    सौ बार नमन, महाराणा आपको !!

    Friends, यदि आप Maharana Pratap की अमर कहानी को पसंद करते है तो जरूर शेयर करे Maharana Pratap History in Hindi, आपको कैसा लगा ? कमेन्ट बॉक्स में जरूर बताए।

    1540 May 9

    Related Posts

    कौन थे, भारत के वह प्रधानमंत्री, जो देश के लिए जेल भी गए थे

    Jun 12, 2022

    कौन था ? जिसने मात्र 3 साल की उम्र में अंग्रेजी हुकूमत को हिला दिया था | Bhagat Singh की पूरी कहानी

    Jun 11, 2022

    जन्तु कथा से इंसानों को सुधारने वाले विष्णु शर्मा की कहानी

    Mar 28, 2021
    Latest Posts

    CSGO Gaming Sites Roulette: A Comprehensive Guide

    Sep 28, 2023

    Reasons to go for Online MBA Programs

    Sep 28, 2023

    Mrinal Kulkarni Biography, Net Worth, Age, Height, Family, Career

    Sep 26, 2023

    Akanksha Juneja Biography, Net Worth, Age, Height, Family, Career

    Sep 25, 2023

    Aishwarya Khare Biography, Net Worth, Age, Height, Boyfriend, Career

    Sep 23, 2023

    Aditi Sharma Ahuja Biography, Net Worth, Age, Family, Career

    Sep 22, 2023

    Easiest Way To Get Food Delivery At Railway Stations

    Sep 22, 2023

    Aditi Bhatia Biography, Net Worth, Age, Height, Boyfriend

    Sep 21, 2023
    Categories
    • Actors
    • Actress
    • All
    • Anniversary
    • App
    • Attitude Status
    • Automotive
    • Basant Panchami
    • Birthday
    • Business
    • Chhath
    • Children Day
    • Christmas Day
    • Comedian
    • Cool Quotes
    • Death Message
    • Digital Marketing
    • Diwali
    • Easter
    • Education
    • Entertainment
    • Entrepreneurs
    • Family
    • Fashion
    • Finance
    • Fitness
    • Food
    • Forex
    • Games
    • Ganesh Chaturthi
    • Gudi Padwa
    • Har Ghar Tiranga
    • Health
    • Historical Persons
    • Holi
    • Home Improvement
    • Independence Day
    • Instagram
    • Interview
    • Journalist
    • Lawyer
    • Leader
    • Lifestyle
    • Lohri
    • Mahakal
    • Mahavir Jayanti
    • Makar Sankranti
    • Model
    • Movie
    • New Year
    • News
    • Online Games
    • Paryayvachi Shabd
    • Pet
    • Photography
    • Rama Navami
    • Real Estate
    • Republic Day
    • RJ
    • Sanskrit
    • Scientists
    • Shayari
    • Social Media
    • Sports
    • Sports Persons
    • Status
    • Suvichar
    • Technology
    • Thanks Message
    • Travel
    • Trending Now
    • Valentine Day
    • Vilom Shabd
    • Website
    • Word Formation
    • Youtuber
    About Us
    About Us

    Hindi-Biography Is the Complete Source of News Broadcasting. Be Informed With Latest and Breaking News Updates, We Also Have Collection of Your Favorite News Outlets at One Place.

    Follow Us This Page
    • Facebook
    • Instagram
    • LinkedIn
    • Telegram
    • WhatsApp
    • Twitter
    • YouTube
    • Twitch

    CSGO Gaming Sites Roulette: A Comprehensive Guide

    Sep 28, 2023

    Reasons to go for Online MBA Programs

    Sep 28, 2023

    Mrinal Kulkarni Biography, Net Worth, Age, Height, Family, Career

    Sep 26, 2023
    • Contact us
    • About Us
    • Privacy Policy
    Hindi-biography.com © Copyright 2023, All Rights Reserved

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.