Mohit Ahlawat | कुछ साल पहले वनडे मैचों में मुश्किल से टीम का स्कोर 300 रन बन पाता था, लेकिन जब से टी-20 क्रिकेट आया, उसने पूरा गेम ही बदल दिया। आज हल्के किनारे वाले बैट लिए छक्को के भूखे बैट्समेन भूखे भेड़िये की तरह बॉलरों पर टूट पड़ते है और स्कोर कब 0 से 50 या 50 से 100 हो जाता है, जिसकी रिपोर्टिंग तो घड़ी की सुइयां भी नहीं कर सकती।
भारत में ऐसे बैट्समेन की कमी नहीं है, लेकिन उन्होंने कभी टी-20 में शतक नहीं लगाया। पर 7 फरवरी 2017 को पानीपत के एक मामूली-सा बैट्समेन ने ना ही केवल 50 बनाया और ना ही 100, बल्कि उसने पूरे 300 रन बना डाले। जो सोचने वालों दिमाग को झटका देता है और उसके सीनियर को ईर्ष्या भाव।
इस चमकते हुए सितारे की पीछे की कहानी इतनी आसान ना थी, क्योंकि उनके पिता एक मामूली सा टैंपो ड्राइवर है, जो मुश्किल से घर के खर्च निकाल पाते है।
फिर आखिर कैसे एक टैंपो ड्राइवर का बेटा बना क्रिकेट का Rising Star ?
इन्हीं सब बातों को Mohit Ahlawat की इस Hindi biography से जानेंगे….
अनुक्रम
Mohit Ahlawat Wiki
Parents
Mohit Ahlawat का जन्म पानीपत के लोअर क्लास फैमिली में हुआ था। उनके पिता पवन अहलावत एक टैंपो ड्राइवर है और माँ पास की प्राथमिक स्कूल में गेस्ट टीचर है।
- Read Also : पेट के लिए लंगर पर, सोने के लिए गुरुद्वारे पर निर्भर रहने वाले ने कैसे बनाया टीम इंडिया में अपनी जगह ?
Childhood
काफी छोटी उम्र से ही उनके पिता उन्हें अपने साथ क्रिकेट क्लबों में ले जाया करते थे, जहां पर वे खुद भी मैच खेलते थे, जिसे देखते हुए मोहित बड़े हुए।
इसलिए जब उन्हें बोध हुआ तो सीधे बल्ला थाम लिया और चल दिये अपने पिता के नक्से कदम पर।
लेकिन खराब आर्थिक स्थिति के बोझ से उनके पिता के क्रिकेट खेलने पर रोक लग गई, लेकिन पिता की ही मदद से बेटे की क्रिकेट सीखने की अच्छी शुरुआत हुई।
वे मोहित को विभिन्न कल्बों में ले जाते, ताकि क्रिकेट के नए-नए गुर सीख सके। मोहित भी धीरे-धीरे क्रिकेट को पूरी पैशन के साथ सीखने लगे, उन्हीं दिनों उन्हें बैटिंग और विकेटकिपिंग करना सबसे बेहतर लगा।
आगे इन्हीं इच्छायों को ध्यान में रखकर अपने क्रिकेटिंग स्किल को निखारने के लिए पिच पर पसीना बहाने लगे। जिसका फलीभूत के रुप में एक Match Winner Batsman के रूप में पहचान बनी।
Education
बरहाल, इसी दौरान उन्होंने पानीपत की सैंट मैरी स्कूल 10 वीं क्लास पास की, तब पिता ने कहा,
बेटे क्रिकेट को Seriously सीखने के लिए पानीपत छोड़ना होगा और दिल्ली जाना होगा।
Cricket Training
तब 2012 में दिल्ली आए और बहादुरगढ़ बालाजी क्रिकेट अकैडमी में भर्ती हुए। यहाँ पर गौतम गंभीर के कोच संजय भारद्वाज उनसे बड़ा प्रभावित हुए और मोहित को लाल बहादुर क्रिकेट अकैडमी में भर्ती करवा दिया।
यह वही अकैडमी है, जहां से गौतम गंभीर, उन्मुक्त चंद और अमित मिश्रा जैसे बड़े क्रिकेट स्टार निकले।
Winner Batsman के रूप में
यहाँ उन्होंने कोच की देख-रेख में क्रिकेट की हर बारीकी को सीखा और दिनों-दिन अपनी क्रिकेट में सुधार किया। जिसने उनके Winner Batsman की छबि को और मजबूत कर दिया।
जिसकी एक झलक DDCA League में देखने को मिली, जब 70/7 पर LB Shashtri Academy की कमजोर स्थिति को संभालते हुए 158 रन बना डाले।
इसी तरह एक मैच में 220 रनों की टार्गेट का पीछा करते हुए 80 पर ही उनके Academy की टीम की छह विकेट गिर चुके थे।
तब मोहित ने एक ओर से अपनी टीम का कमान सँभाला। लेकिन अभी मोहित ने अपने स्कोर में 7 रन ही जोड़े थे कि तीन विकेट्स और गिर गए।
पर महेंद्र सिंह धोनी को अपना आदर्श मनाने वाले मोहित ने माही की तरह कुल रहे और अपनी रणनीतियों पर काम करते रहे।
आखिर उन्होंने विपक्षी बॉलरों की कमियों का जमकर फायदा उठाया और नाबाद 137 रन बना डाला। जिससे उनकी टीम 1 विकेट से वह मैच जीत पाई।
उन्होंने 2012 और 2015 के बीच गंभीर रूप से क्रिकेट सीखा और कई हाई परफ़ोर्मेंस भी दिये। जिससे 2015 में उन्हें दिल्ली की रणजी टीम में शामिल कर लिया गया।
पर वे अनुभव की कमी की वजह से अबतक खेले तीन रणजी मैचों मात्र 5 रन (4,0,1) ही बना सके।
दुनियाँ का पहला टी-20 300*
लेकिन मंगवार, 7 फरवरी 2017 को Friends Premier League में मावी इलेवन टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए 39 छक्के और 14 चौके लगाते हुए मात्र 72 बॉलों में नाबाद तूफानी 300 रन बना डाले, जो कि किसी भी स्तर पर टी-20 क्रिकेट का पहला 300 और सर्वाधिक स्कोर है।
जिसकी मदद से उनकी टीम कुल 416 रनों का टोटल बना सकी, जो भी सर्वाधिक स्कोर है। जिससे विपक्षी टीम पर 200 रनों की बड़ी जीत अर्जित की।
रिकॉर्ड
मोहित ने अपने इस लाजबाव और बैट तोडु पारी में अंतिम ओवरों में 50 रन बनाए और साथ ही टी-20 के 5 बड़े रिकॉर्ड तोड़ डाले – जो है
#1 सबसे बड़ी इनिंग – 175* क्रिस गेल (बेंगलुरु की ओर से पुणे के खिलाफ 2013 IPL में)
#2 सबसे बड़ा टीम टोटल – 263/5 (बेंगलुरु ने पुणे के खिलाफ 2013 आईपीएल में)
#3 सबसे बड़ी जीत – 172 रन (श्रीलंका ने 2007 में केन्या को हराया)
#4 सबसे ज्यादा छक्के – 17 क्रिस गेल (पुणे के खिलाफ 2013 में)
#5 सबसे ज्यादा चौके – 20 अहमद शहजाद (लाहौर, 2012)
वर्तमान उनकी इच्छा आईपीएल में खेलने की है, जिसकी अर्जी वे भेज भी चुके है। आगे आने वाला वक्त ही बता सकता है कि वे किस टीम के लिए रन मशीन बनेंगे ?
Personal Life
कोच संजय भारद्वाज के अनुसार, वे बड़े अनुशासित है और अपने गेम पूरा फोकस करते है। लेकिन गेम से हटकर दोस्तों से पार्टीज़ और एंजॉयमेंट खूब करते है, जिसकी अंदाजा आप उनके Social Site Profiles से लगा सकते है।
क्रिकेट के अलावा उनका ध्यान फ़ाइनल ईयर की पढ़ाई पर भी है, ताकि वे खालसा कॉलेज से बैचलर डिग्री पा सके।
Quick Fact
Bio Data
Name – Mohit Ahlawat
Full Name – Mohit Pawan Ahlawat
Age – 21 year (2017)
Date of Birth – 25 December, 1995
Place of birth –Delhi
Playing Role – Batsman and Wicketkeeper
Batting Style – Right Hand Bat
Family
Father – Pawan Ahlawat
Mother – NA
Brother – NA
Sister – NA
Girlfriend – NA
- Read Also : किसने अपने तीसरे मैच में ही तिहरा शतक लगाया ?
If you like it, please share and comment 🙂
Leave a Reply